पंजाब में अब एक नई फिल्म फ्लाइंग जट्ट को लेकर बखेड़ा मच गया है। एसजीपीसी का कहना है कि इसमें सिखों के धर्म प्रतीक खंडे का इस्तेमाल हीरो के कपड़ों पर किया गया जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। ऐसे में अगर ये फिल्म सीन हटाए बिना रिलीज हुई तो बवाल करेंगे।
फिल्म फ्लाइंग जट्ट में हीरो की पगड़ी में खंडा दिखते ही शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने त्योरियां चढ़ा ली। सिखों की सबसे बड़ी संस्था ने फरमान जारी कर दिया है। धमकी दी है कि अगर ये सीन फिल्म से नहीं हटा तो पूरे पंजाब में गदर मचा देंगे। अगर ये शॉट नहीं काटा तो पूरे सूबे में सिनेमा चलने नहीं देंगे।
सिखों का धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक चिह्न है खंडा। ये “देगो-तेगो-फ़तेह” के सिद्धान्त का प्रतीक है। इसमें चार शस्त्र एक खंडा, दो कृपाण और एक चक्र होते हैं। खंडा की एक विशेष पहचान ये भी है कि वो धार्मिक सिद्धांतों के साथ-साथ शक्ति और सैन्य-ताक़त का भी प्रतीक है।
पंजाब में चुनावी मौसम में फिल्मों पर सियासी चटखारे जैसे उड़ रहे हैं। उड़ता पंजाब पर बवाल थमा और अब नजरों में चढ़ गई – फ्लाइंग जट्ट। टाइगर श्रॉफ की इस फिल्म के खिलाफ अकाली दल और एसजीपीसी ने सुर में सुर मिलाए तो आम आदमी पार्टी ने कहा कि धर्म के नाम पर यूं फिल्म को न घेरो। अब लाख टके का सवाल ये है कि क्या अब सेंसर बोर्ड के बाद धर्म के ठेकेदारों से भी हर फिल्म को सर्टिफिकेट लेना पड़ेगा।